हिन्दी कहानी – दयालु लकड़हारा 🪵👨🌾
किसी गाँव में हरिया नाम का एक लकड़हारा रहता था। वह अक्सर लकड़ियों को काटने जंगल जाया करता था। लेकिन जब भी वह लकड़ियाँ काटता तो उसे बहुत दुख होता था। एक दिन उसने देखा एक गिलहरी एक पौधा लगा रही थी।
किसी गाँव में हरिया नाम का एक लकड़हारा रहता था। वह अक्सर लकड़ियों को काटने जंगल जाया करता था। लेकिन जब भी वह लकड़ियाँ काटता तो उसे बहुत दुख होता था। एक दिन उसने देखा एक गिलहरी एक पौधा लगा रही थी।
राजू नाम का एक दयालु किसान रहता था। उसे जानवरों से बहुत लगाव था। एक दिन उसे खेत में एक भालू का बच्चा मिला। उसने सोचा मैं इसके माता-पिता से मिलकर ही मानूँगा।
एक बार बादशाह अकबर बीरबल की से पूछा, "मजबूरी क्या चीज होती हैं।" बीरबल ने कहा, "महाराज मैं आपको दिखाना चाहता हूँ की मजबूरी क्या चीज होती हैं। बीरबल ने एक गरीब व्यक्ति को पैसे के लिए पूरी रात नदी में
किसी जंगल में गौरी नाम की एक चिड़िया रहती थी। एक दिन उसे किसी व्यक्ति ने पकड़ लिया। उसे पिंजरे में बंद करके रखता था। एक दिन किसी भले आदमी ने उसे पिजरे से रिहा कर दिया।
नदी के किनारे जंगल में एक बूढ़ी दादी रहती थी। दादी की झोपड़ी के पास पेड़ पर कई चिड़ियाँ रहती थी। जोकी दादी के ऊपर निर्भर थी। एक दिन दादी ने चिड़ियाँ को समझाया की वह कही और चली जाए। क्योंकि अब वह उनके लिए
किसी घर में चिंटू नाम का एक चूहा रहता था। उसी घर में रीना नाम की एक बिल्ली भी रहती थी। चिंटू हमेशा डरा रहता था। एक बार उस घर में शेरु नाम का एक कुत्ता आ गया। जिसे देख चूहा और बिल्ली दोनों डर गए।
एक बार की बात हैं। राजू स्कूल से वापस घर को जा रहा था। तभी उसे एक बटुआ गिरा हुआ मिला, उसने सोच इसको रख लूँ। लेकिन वह ऐसा नहीं किया उसने उस बटुआ को वापस करने के लिए सोचा तभी उसे एक बूढ़ी दादी दिखाई दी।
दो दोस्त थे एक का नाम सूरज और दूसरे का मोहित था। सूरज पढ़ने पर अधिक ध्यान देता था। जबकि, मोहित अक्सर खेल में ही व्यस्त रहता था। एक दिन सूरज पढ़ाई कर रहा था। उसका दोस्त मोहित ने कहा चलो खेलने चलते हैं।
एक बार की बात हैं एक भूखे कुत्ते को एक हड्डी मिली। वह उस हड्डी को लेकर नदी के किनारे जा पहुँचा। अचानक उसने अपनी परछाई देखी। उसे लगा की कोई बड़ा कुत्ता उससे बड़ी हड्डी लेकर जा रहा हैं।